Saturday, March 12, 2011

उसके चले जाने के बाद





इन भीगी पलको में ,गुलाबी अश्क लिए 
बेकरार थी, न जाने किस के लिए 
सो गया था आसमा, चाँद के डूबने के लिए 
वो जागती रही फिर ,एक नयी सुबह होने के लिए !

वो आँखे धुड्ती रही,न जाने क्यूँ 
उसके जाने के बाद ,
हर वक़्त उसे तडपाती रही 
खोये उन  पल की याद ,
वो सोकर भी जागती रही 
हर रात बीत जाने के बाद !!

अब हम आगे क्या बताये ,तुम्हे "बिट्टू " 
हर लफ्ज तो नजर बन गयी थी 
उससे छूट जाने के बाद-2 ,
बदलती रंग की इस दुनिया में 
वो भी बदल गयी थी ,
मुझसे दूर होने के बाद !!!

में वही का ,वही रह गया
उसकी सगाई बीत जाने के बाद 
ये आँखे उसे धुन्धती रही ,फिर से 
न जाने क्यूँ ,उसके चले जाने के बाद -२!!!!

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